चल चला चल तू चल चला चल
एक नए सपने को बुनने तू
एक नयी सुबह एक नए सूर्य को
नमन कर आगे बढ तू
कर्म पथ पर चलता चल तू
कामयाबी के शिखर को छू तू
उठ आ अब शपथ ले
कदम ना कभी डगमगायेगें
मुश्किल चाहे कितनी भी आवे
हार नहीं तुम मानोगे
नया दिन फिर उदय होगा
तेरा नया भाग्य उदय होगा
ले शपथ कर तिलक
मंजिल की ओर बड़ा कदम
चल चला चल तू चल चला चल
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