जलती चिता देख मन फिर व्याकुल हो उठा
दिल को फिर यह अहसास हो चला
मौत अटल सत्य है
ये विधि का विधान है
आने वाले को पुन: जाना है
मर कर भी अमर रहना तो
वाणी को अमृत बनाना है
कंठ में सरस्वती को बिठाना है
दिल ने कहा है शरीर के बजाय
लोगों के दिलो में बास करना है
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